Friday, February 27, 2009

नमस्कार ,मैं आपका नया दोस्त !

मेरा नाम आरजी पारीक है मैं आज से यहाँ आप सबसे मुलाक़ात करता रहूँगा .

10 comments:

  1. स्वागत है, पारीक जी।

    आपके ब्लाग के नाम से ऐसा लग रहा है कि आप भोजनादि के विषय में लिखने का मन बना कर आये हैं। क्या यह सही है?

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  2. स्‍वागत है आपका। जल्‍दी से पोस्‍ट डालिए और अच्‍छे दोस्‍त होने का परिचय दीजिए।

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  3. ब्लॊगजगत् में स्वागत।
    खूब लिखें, निरन्तर लिखें, अच्छा लिखें।

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  4. welcome to blog world!
    hope to see nice blogs from you !!
    :))

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  5. रामगोपाल जी
    मुंह में छप्‍पन भोग के नाम से
    ही पानी आ गया, रसना भर गई रस से
    पर मीठा मना है
    चाहे भोग पचपन ही हों
    पर ऐसे हों
    जो नमकीन होते हुए भी
    मिठास से भरपूर हों
    जिससे हम मीठे से बचते हुए
    भी मीठे का निडर होकर
    ले सकें आनंद।

    आप तो हमारे दोस्‍त है नि:संदेह
    पर मुझे भी तो अपना दोस्‍त बना लें


    पचपन में से नंबर एक भोग का
    रहेगा इंतजार, पर ब्‍लॉग का बचपन
    है न, इसलिए बचपन नहीं कर सकता
    अधिक इंतजार, बतलाइए पहला भोग
    कब होगा तैयार, हम भी तो हो लें

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  6. आदरणीय,

    स्‍वागत करवा कर कहां छिप गए हैं । समय निकालिए और कुछ लिख डालिए । प्रतीक्षा रहेगी ।

    अरविन्‍द पारीक
    http://indiaeleven.com
    http://bhaijikahin.jagranjunction.com

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  7. aadrniya,blog ki duniya me aapka swagat hai. aasha hai ki naam ke anuroop hame chhapan swad lene ka moka milegaa.....


    Poonam Pareek

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